000 | 00917nam a2200181Ia 4500 | ||
---|---|---|---|
008 | 230515s9999||||xx |||||||||||||| ||und|| | ||
020 | _a9788191914185 | ||
040 | _aMAIN | ||
041 | _aHindi | ||
082 |
_a891.4316D _bJHA P10 |
||
100 | _aझारी, कृष्णदेव | ||
245 | 0 |
_aयुग कति निराला: सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला के शक्तिपूर्ण काव्य का सशक्त अध्ययन और नवालोचन _cकृष्णदेव झारी |
|
260 |
_aनई दिल्ली _bदीपू बुक्स _c2010 |
||
300 | _a247 | ||
650 | _aत्रिपाठी, सूर्यकान्त- आलोचना एवं व्याख्या | ||
650 | _aहिन्दी कविता- आलोचना एवं व्याख्या | ||
942 | _cBK | ||
999 |
_c16084 _d16084 |